प्रा. डॉ. जगदीश राजारामसिंग परदेशी

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       MA , B . Ed, SET, NET, JRF, Ph . D. एमए, बी. एड, सेट, नेट, जेआरएफ, पीएच. डी. उपाधि (डिग्री) प्राप्त की है।
अध्यापन अनुभव :-  माध्यमिक स्तर पर १ वर्ष और स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर 8 वर्ष से अधिक अध्यापन कार्य का अनुभव।
सम्प्रती :- 1). के. टी. एच. एम. महाविद्यालय, नाशिक में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत।

              2). यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय तथा इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय में हिंदी विषय के लिये परामर्शदाता के रूप में योगदान।
अनुसंधान कार्य :- “हिंदी नुक्कड़ नाटकों में यथार्थबोध” इस विषय पर पीएच. डी की उपाधि हासिल। 
                          :-  राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी तथा कार्यशालाओं में सहभाग।
                          :-  १२ शोध आलेख राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पत्र - पत्रिकाओं में प्रकाशित। 
                          :- ‘राजपुताना: परदेशी बोली एक अध्ययन’ अविष्कार प्रतियोगिता में चयन।
साहित्य सृजन :- *कविताएँ - १८ हिंदी / मराठी
                         *कहानियाँ - ०२  - १). कैसे पल., २). कब तक - मराठी अनुवाद 'केंव्हा पर्यंत'. 
पुरस्कार :-  1). मानव संसाधन विकास मंत्रालय की और से अहिंदी भाषिक छात्रवृत्ति प्राप्त।
                 2).
 यूजीसी की ओर से अनुसंधान के लिए जूनिअर रिसर्च फेलोशिप प्राप्त।
प्रा. डॉ. जगदीश राजारामसिंग परदेशी